ममता दीदी के पांव में लगी चोट और भाजपा पर प्रहार
ममता दीदी के पांव में लगी चोट और भाजपा पर प्रहार
पिछले सप्ताह नामांकन दाखिल करने के बाद चोटिल हुईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर चुनाव प्रचार में सक्रिय हो गई हैं। व्हीलचेयर पर बैठकर कोलकाता में जुलूस निकालने के अगले दिन सोमवार को ममता ने पुरुलिया में दो चुनावी सभाओं को संबोधित किया। ममता पांव में लगी चोट से भाजपा पर चोट करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। भाजपा पर हमले जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी साजिश उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने से नहीं रोक सकती है। वह भाजपाके खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगी। हालांकि सूबे के मुख्य सचिव और चुनाव पर्यवेक्षकों की ओर से मिली रिपोर्ट के बाद निर्वाचन आयोग ने साफ कर दिया है कि तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी को चोट लगने के पीछे कोई साजिश नहीं, बल्कि हादसा है।
सुरक्षा में चूक के लिए आयोग ने रविवार को ही सीएम के सुरक्षा निदेशक विवेक सहाय और पूर्व मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक प्रवीन प्रकाश को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही, डीएम को भी हटा दिया है। ऐसे में ममता की चोट से किसे कितना नुकसान होगा यह तो वक्त बताएगा, लेकिन सियासत जारी है। इस बीच नंदीग्राम के भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने नामांकन पत्र में अपने खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी नहीं देने को लेकर ममता को घेर दिया है। साथ ही, उनका नामांकन पत्र खारिज करने की मांग कर दी है। चुनाव आयोग को दी गई शिकायत में अधिकारी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ने असम में उनके खिलाफ दर्ज पांच मामलों और बंगाल में सीबीआइ द्वारा दर्ज एक अन्य मामले के बारे में सूचना छिपाई है। अधिकारी ने अपनी शिकायत में केस नंबर का उल्लेख किया है, लेकिन तृणमूल प्रमुख ने कौन सा अपराध किया है, इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया है। सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि मुङो उम्मीद है कि आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इस पर तृणमूल का कहना है कि भाजपा ओछी राजनीति पर उतर आई है।
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